शायद कुछ राज हो इसमे भी गहरा या हो कुछ इशारा तेरा। शायद कुछ राज हो इसमे भी गहरा या हो कुछ इशारा तेरा।
तुझमें वो ढूंढ रहा था, लेकिन मुझे मिला नहीं तुझमें वो ढूंढ रहा था, लेकिन मुझे मिला नहीं
'बस यही हमारी मोहब्बत का छोटासा फ़साना था, अपनी मोहब्बत की इस ज़ंग में शायद, आज हमें ख़ुद को ही हरवान... 'बस यही हमारी मोहब्बत का छोटासा फ़साना था, अपनी मोहब्बत की इस ज़ंग में शायद, आज ह...
हुआ" क्या ये ऐसा, बस हुए जा रहा था, "खोजती" थी जिसको, वो साथ चल रहा था हुआ" क्या ये ऐसा, बस हुए जा रहा था, "खोजती" थी जिसको, वो साथ चल रहा था
ताजी सुबह की रोशनी, विश्वास से भरपूर तेरी नजरे ताजी सुबह की रोशनी, विश्वास से भरपूर तेरी नजरे
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।